जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के अप्रत्याशित चुनाव परिणामों ने चौंका दिया। चुनावपूर्व समीकरण कांग्रेस की भारी जीत का संकेत दे रहे थे, लेकिन शनिवार को आए परिणामों में सरकार की साख बाल-बाल बची हुई नजर आई। जिला परिषद में कांग्रेस ने बहुमत तो हासिल कर लिया। लेकिन भाजपा ने उसे कड़ी टक्कर दी। कई सीटों पर रालोपा व बागियों ने भी कांग्रेस का खेल बिगाड़ा। कुल मिलाकर जिला परिषद में कांग्रेस बोर्ड तो बना लेगी, लेकिन जिला प्रमुख बनने को लेकर कांग्रेस के ही दो धड़ों में रोचक मुकाबला सामने आ सकता है।
जिला परिषद की ३७ में से एक निर्विरोध सहित कांग्रेस के खाते में २१ व भाजपा की झोली में १६ सीटें गई हैं। इसी तरह पंचायत समिति सदस्यों में भी कड़ी टक्कर देखने को मिली। जिले की २१ में से १० पंचायत समितियों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला है। भाजपा छह पंचायत समितियों में अपना प्रधान बनाने की स्थिति में है, जबकि पांच समितियों में किसी को भी बहुमत नहीं मिलने से प्रधान पद के लिए जोड़तोड़ के हालात बन गए हैं। इन समितियों में निर्दलीय और पहली बार पंचायत चुनाव में उतरी रालोपा निर्णायक की भूमिका में होगी। समितियों की ३८७ सीटों में से कांग्रेस १९१ को व भाजपा १४७ में जीत हासिल हुई है। रालोपा के खाते में २६ और बागियों-निर्दलीयों को २३ सीटें मिली हैं।
Source: Jodhpur