बाड़मेर. दिवाली से पहले गुरु पुष्य नक्षत्र का विशेष संयोग गुरुवार को बन रहा है। इसे लेकर बाजार की उम्मीदें परवान पर है। खरीदारी को लेकर बाजार में व्यापारियों ने खास तैयारी की है। वहीं पुष्य नक्षत्र दो दिन तक होने के कारण खरीदारी के लिए लोगों को खूब समय मिलेगा। पूरे दिन श्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा इसलिए कभी भी खरीदारी की जा सकेगी।
ज्याोतिष के जानकारों के अनुसार इस बार 28 अक्टूबर को गुरु पुष्य है। यह पूरे 677 साल बाद शनि-गुुरु की युति में आ रहा है। इसके कारण पुष्य नक्षत्र की शुभता और बढ़ेगी और यह खरीदारी के लिए श्रेष्ठ माना गया है। शास्त्रों में पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना गया है। इस नक्षत्र पर शनि और गुरु की विशेष कृपा होती है। इस साल 28 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र के दिन शनि और गुरु की युति मकर राशि में होगी।
आज सुबह 9.40 से शुरू होगा खरीदारी का मुहूर्त
दिवाली से छह दिन पूर्व गुरुवार को खरीदारी का महामुहूर्त पुष्य सुबह 9.40 बजे से शुरू होगा, जो दूसरे दिन शुक्रवार सुबह 11.36 तक रहेगा। वहीं गुरुवार को सुबह 6.31 से सुबह 9.42 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि याग भी है। नक्षत्रों के राजा पुष्य दो दिन 25 घंटे 57 मिनट तक रहेंगे। सामान्यत: दीपपर्व की खरीदारी इसी मुहूर्त में की जाती है। शुभता प्रदान करने वाला पुष्य नक्षत्र दो दिन होने के कारण गुरुपुष्यामृत महायोग के नाम से जाना जाएगा।
गुरु पुष्य पर ये खरीदें
-घर, जमीन, सोने-चांदी के गहने
-वाहन या इलेक्ट्रानिक्स आइटम
-बीमा पॉलिसी, शेयर मार्केट निवेश
-नई बही व कलम-दवात
Source: Barmer News