बाड़मेर. रामस्नेही संत डॉ. रामस्वरूप शास्त्री की स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान कथा में अन्तरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के संत अमृतरामजी पुष्कर ने बाल भक्त धु्रव की भगवान के प्रति भक्ति का वर्णन करते हुए कहा कि भक्त ध्रुव बिना कुछ खाए पीए प्रभु की भक्ति में इतने लीन हो गए कि स्वयं भगवान ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए।
भगवान के बालभक्त ध्रुव का चरित्र औरभगवान विष्णु की स्तुति का वर्णन किया। संत ने जड़भरत आख्यान, अजामिल प्रसंग का भी वर्णन किया। भागवत कथा के चौथे दिवस रविवार को व्यासपीठ से संत अमृतराम ने संगीतमय कथा में कपिल देवहूति संवाद, मुक्ति, वैराग्य, संत के लक्षणों के संबंध में बताया।
भक्त प्रह्लाद चरित्र और भगवान नृसिंह के अवतार, भगवान राम, कृष्ण की कथा का वाचन भी किया। रामस्नेही भक्त राजाराम सर्राफ ने बताया कि भागवत कथा प्रति दिन दोपहर 1बजे से 5 बजे रामचौक रामद्वारा में हो रही है ।
मंगलवार की रात्रि में मंगल बालाजी मंडल की ओर से सुन्दरकाण्ड का आयोजन किया जाएगा। बुधवार की रात्रि को रामद्वारा में जागरण होगा।
Source: Barmer News