जोधपुर.
जिले के एक गांव में चचेरे भाई ने नाबालिग बहन से बलात्कार व यौन शोषण किया। जिससे पीडि़ता गर्भवती हो गई और उसने उम्मेद अस्पताल में बच्ची को जन्म दिया। अब पीडि़ता व उसकी मां नवजात को रखने के इच्छुक नहीं हैं। ऐसे में नवजात को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द किया जाएगा।
पुलिस के अनुसार 15 वर्षीय दसवीं की छात्रा की तबीयत खराब होने पर परिजन गत 5 नवम्बर को अस्पताल ले गए थे। जांच के बाद उसे उम्मेद अस्पताल रैफर किया गया था, जहां छात्रा के आठ माह की गर्भवती होने का पता लगा था। अस्पताल अधीक्षक ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष धनपत गुर्जर को सूचना दी। जो अस्पताल पहुंचे और किशोरी से बात की, लेकिन वह और उसकी मां आरोपी के बारे में जानकारी देने से कतराते रहे। आखिर में पीडि़ता व उसकी मां ने आरोपी के बारे में शिकायत दर्ज कराई। जो पीडि़ता का चचेरा भाई ही है। जिसके खिलाफ बलात्कार और पोक्सो अधिनियम में मामला दर्ज कर मेडिकल कराया गया। साथ ही बयान भी दर्ज किए गए। आरोपी चचेरे भाई की तलाश में दबिशें दी गईं, लेकिन वो फरार हो गया।
बाल कल्याण समिति को सरेंण्डर करेंगे नवजात
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष धनपत गुर्जर ने बताया कि पीडि़ता व उसकी मां नवजात को रखने के पक्ष में नहीं है। वे नवजात को सरकारी संस्था में सुपुर्द करना चाहती हैं। इस संबंध में समिति ने थानाधिकारी से नवजात को सरेण्डर से पहले सम्पूर्ण कानूनी कार्रवाई करने के बारे में बातचीत की। संभवत: सोमवार को प्रक्रिया पूरी होने पर नवजात को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द की जाएगी।
Source: Jodhpur