जोधपुर. बंगाल की खाड़ी, अरब सागर में बने कम दबाव के क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से शुक्रवार को मारवाड़ के अधिकांश हिस्सों में दिनभर बादलों का जमावड़ा रहा। कई इलाकों में बूंदाबांदी हुई। इससे पहली बार दिन में ठिठुरन का अहसास हुआ। लोगों को दिन में स्वेटर, जैकेट और कंबल ओढऩे पड़े। कई हिस्सों में दिन का पारा 25 डिग्री से नीचे आ गया। यह इस सीजन की प्रदेश में पहली मावठ है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। रविवार से मौसम साफ होगा। इसके बाद रात के तापमान में गिरावट आने से तेज सर्दी पडऩे की संभावना है।
सूर्यनगरी में शुक्रवार सुबह से ही बादलों की घनी आवाजाही के कारण धुंध छाई रही। न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। भोर के साथ ही 4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बह रही थी जिससे ठिठुरन का अहसास हो रहा था। दिन भर बरसाती बादलों की आवाजाही से मौसम में ठंडक घुली रही। सायं-सायं करती बह रही हवा ने सर्दी का असर बढ़ा दिया। धूप नहीं निकलने से दोपहर में पारा 30.6 डिग्री से ऊपर नहीं गया। शाम ढलने के बाद शहर के कई इलाकों में छींटे गिरे। साथ ही तेज हवा भी बहनी शुरू हो गई। रात को तेज सर्दी रही।
दिन में पहली बार स्वेटर-जैकेट में नजर आए लोग
कार्तिक मास के अंतिम दिन इस सीजन में पहली बार दिन में सर्दी का अहसास हुआ। शहरवासी स्वेटर, जैकेट सहित अन्य जाब्ता करते नजर आए। दूरदराज के इलाकों में सर्दी अधिक होने से लोग ठिठुरते रहे। दुपहिया वाहन चालक अपने पूरे शरीर को ढक कर चल रहे थे। महिलाओं ने भी सर्दी से बचाव के लिए शॉल ओढ़े।
चाय की चुस्की और नमकीन के दौर
राजकीय अवकाश होने के कारण अधिकांश सरकारी दफ्तर बंद रहे लेकिन निजी दफ्तरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर लोग दिन में चाय की चुस्की से सर्दी भगाने का जतन करते नजर आए। शहर में नमकीन की दुकानों पर भी अच्छी खासी भीड़ रही। लोगों ने मिर्ची बड़ा, समोसा और कचोरी खाने का लुत्फ उठाया।
Source: Jodhpur