जोधपुर.
पारिवारिक अनबन के चलते आठ साल से अलग-अलग रहने वाले दो युगलों (दो भाई व दो बहनें) को प्रतापनगर थाना पुलिस ने शनिवार को आमने-सामने कराया तो सारे गिले-शिकवे दूर हो गए और मुंह मीठा कराने के साथ ही एक-दूसरे को मालाएं पहनाकर घर लौटे।
थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि अखेराज का तालाब क्षेत्र में संबोधि धाम के पास निवासी बाबूलाल पुत्र भैरूलाल व उसके भाई तुलसीराम की शादी अजमेर में किशनगढ़ निवासी सगी बहनें क्रमश: अनु व ज्योति से 15 मई 2011 में हुई थी। दोनों के एक-एक पुत्री हुईं। फिर पारिवारिक कारणों से अनबन होकर दोनों बहनें वर्ष 2013 में पीहर चली गईं थी। फिर दोनों ने पारिवारिक कोर्ट में अपने-अपने दावे किए। जो अभी विचाराधीन है। इस बीच, दोनों ने अपने ससुराल में अपना हिस्सा मांगा। दोनों भाइयों को अंदेशा होने लगा कि दोनों बहनें जबरन घर में घुस सकती है। इसलिए उन्होंने पुलिस में लिखित शिकायत देकर दोनों बहनें को पाबंद कराने का आग्रह किया।
इस पर पुलिस ने दोनों बहनों को शनिवार को थाने बुलाया, जहां दोनों को उनके पति से आमने-सामने कराया गया। तब दोनों ने अपना-अपना गुस्सा निकाला। दोनों युगलों की नाराजगी पिघलने लगी तो पुलिस ने समझाइश शुरू की। उप निरीक्षक देऊ के साथ थानाधिकारी सोमकरण ने दोनों युगलों को साथ-साथ रहने को रजामंद कर लिया। सभी नाराजगियां व गुस्सा छोड़ फिर से साथ रहने को तैयार हो गए। पुलिस ने मिठाई व मालाएं मंगाई। दोनों युगलों ने एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया और मालाएं भी पहनाईं। फिर दोनों भाई अपनी-अपनी पत्नी व बच्चियों को अपने साथ घर ले गए।
पुत्रियों को देख दिल पसीजा
मनमुटाव व अलग होने के दौरान दोनों की पुत्रियां एक-एक साल की रही होंगी। आठ साल बाद पिता ने दोनों पुत्रियों को देखा तो दिल पसीज गया। उन्होंने छोटी-छोटी नाराजगियां व मनमुटाव दूर करने में भलाई समझी।
Source: Jodhpur