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Vegetables price – आम आदमी पर महंगाई की मार पड़ रही है। पेट्रोल-डीजल के दाम में लगी आग अब आम आदमी की रसोई तक पहुंच गई है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट महंगा हो गया है और अन्य वस्तुओं के साथ सब्जियों की आवक प्रभावित हो रही है। परिणामस्वरूप, सब्जियों के भाव आसमान पर पहुंच गए हैं, इससे गृहणियों का बजट गड़बड़ा गया है और धीरे-धीरे आम आदमी की थाली से सब्जियां गायब होती जा रही हैं। मंडियों में लोकल सब्जियों की आवक घटने और बाहर से आ रही सब्जियों का ट्रांसपोर्ट खर्चा बढ़ने से सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है।

उपभोक्ताओं पर दोहरी मार
सब्जियों की कीमत में आई महंगाई से उपभोक्ताओं पर दोहरी मार पड़ रही है। एक और जब पेट्रोल-डीजल के भाव बढ़ने से सब्जियां व अन्य उत्पाद महंगे हो गए है। सब्जियों की कीमत में इजाफे से लोगों की बचत पर सीधा असर पड़ा है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है अन्य राज्यों से आने वाली फल-सब्जियों की कीमत में वृद्धि परिवहन शुल्क बढ़ने से हुई है।

गर्मी में बढ़ जाते है भाव
सब्जी विक्रेता सुनिल गहलोत ने बताया एकदम गर्मी बढ़ जाने से बाहर से सब्जियां कम आ रही है। वहीं, गर्मी के कारण सब्जियां जल्दी खराब भी हो जाती है, इसलिए मांग के अनुरूप सप्लाई नहीं होने के कारण भी सब्जियों के भाव बढ़े हुए है।

आलू-प्याज-टमाटर को छोड़ सभी सब्जियां महंगी
वर्तमान में आलू-प्याज व टमाटर को छोड़ सभी सब्जियां महंगी है। आलू-प्याज व टमाटर के रिलेल भाव 25-30 रुपए किलो है। इनके अलावा अधिकांश सब्जियों के भाव 40 रुपए किलो से ज्यादा है।

प्रमुख सब्जियों के होलसेल व रिटेल भाव प्रति किलो में
सब्जी—– होलसेल—-रिटेल
नीम्बू—— 180-200—-250-300
ग्वाफली— 120-140—–150-160
भिंडी—— 70-80——- 100-120
टिंडी——–60-70——- 100-120
तुरई——–60-70——– 80 -100
फूल गोभी—–50-60—– 80-100
मिर्च——50-60———- 60-80
केरी——–70-80——– 100-120
गूंंदा——– 60-70——–120-150
काचरा—–50-60——— 80-100
पत्ता गोबी —-25-30—— 30-40
शिमला मिर्च——–40-50——- 80 100
ककडी———20-30——- 40-50
लौकी————20-25——- 30- 40
पालक——–30-40———- 40-50

फल-सब्जियों व रोजमर्रा की वस्तुओं के भाव बढ़ने से घर चलाना मुश्किल हो रहा है। इससे घर का बजट गड़बड़ा रहा है। सरकार को महंगाई को नियंत्रण कर आम जनता को राहत देने के उपाय करने चाहिए। विनीता सोनी, गृहिणी

पुराने समय में सब्जियों व अन्य वस्तुओं के भाव इतने तेज नहीं होते थे। समय बदलने के साथ महंगाई भी तेजी से बढ़ती जा रही है। अब तो सब्जियों के भाव सुनकर ही आश्चर्य होता है।
बीना मंगरोला, गृहिणी

Source: Jodhpur

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