मुख्यमंत्री ने तिलवासनी पहुंचकर काशीराम बिश्नोई को दी श्रद्धांजलि
भावी (जोधपुर). मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को तिलवासनी गांव पहुंचे और पूर्व जिला परिषद सदस्य काशीराम बिश्नोई को पुष्पांजलि अर्पित की। परिजनों को ढांढस बंधाया।
बचपन के मित्र काशीराम की पत्नी जैतीदेवी, पुत्र राजीव व पौत्र अक्षयराज से मुलाकात कर सांत्वना दी। शोकसभा मे परिजनों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने अपने बचपन व पढ़ाई के समय की बातें साझा की।
गहलोत ने बताया कि काशीराम की शादी में तिलवासनी आया था और खूब नाचा था। वे ईमानदार व कर्मठ कार्यकता थे। खुद के निजी काम के लिए मेरे पास कभी जयपुर नहीं आए। जब भी आते गरीब व निर्धन लोगों की मदद का काम लेकर आते। उन्हाेंने हमेशा रिश्तों व प्रेम को महत्व दिया। गहलोत वर्ष 2005 में तिलवासनी गांव में काशीराम के पुत्र की शादी में भी आए थे।
आर्थिक सहायता की गुहार, पौन घंटे में मिल गए एक लाख
पीपाड़सिटी. हेलीपैड पर जनसुनवाई के दौरान एक गम्भीर बीमारी से ग्रसित बालक की आर्थिक सहायता के लिए जिला कलक्टर को निर्देश दिए। पीपाड़सिटी के सांखलों का बेरा निवासी सात वर्षीय गजेन्द्र पुत्र दयालराम माली मस्कुलर डिस्ट्राफी जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
परिजनों ने पालिका अध्यक्ष समुदेवी सांखला, पूर्व पालिकाध्यक्ष बाबूलाल टाक, पार्षद सोहनलाल सांखला,सत्यनारायण के साथ जनसुनवाई में मुख्यमंत्री से भेंट की एवं आर्थिक सहायता का आवेदन दिया। पौन घण्टे बाद ही मुख्यमंत्री कार्यालय से पीड़ित परिवार के पास फोन आया। मुख्यमंत्री के जयपुर पहुंचने से पहले ही मुख्यमंत्री सहायता कोष से पीड़ित के पिता के बैंक खाते में एक लाख रुपए जमा हो गए।
जैनाचार्य के दर्शन किए
पीपाड़सिटी. मुख्यमंत्री राता उपासरा पहुंचे और वहां पर जैनाचार्य हीराचंद महाराज के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान जैनाचार्य से आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा भी की। भावी आचार्य महेंद्र मुनि सहित अन्य जैन मुनि, महासती व साध्वियां मौजूद थीं।राता उपासरा पहुंचने पर जैन रत्न हितेषी श्रावक संघ के नगर अध्यक्ष श्रेणिकराज कटारिया,पूर्व पार्षद धनेंद्र चौधरी सहित अन्यों ने मुख्यमंत्री का जैन परम्परा के अनुसार स्वागत किया।
Source: Jodhpur