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कालाऊना गांव में गमगीन माहौल में हुआ अंतिम संस्कार

खारिया मीठापुर (जोधपुर). पुणे के पिंपरी चिंचवड शहर के चिखली परिसर में गत रविवार को आठ वर्षीय बालक लक्ष्मण देवासी की पत्थर से मारकर हत्या कर दी। बालक का शव बुधवार दोपहर पैतृक गांव कालाऊना पहुंचा।

शव पहुंचते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अंतिम संस्कार में भाग लेने व मृतक बच्चे के परिजनों को ढांढस बंधाने घर के बाहर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों ने बाजार बंद रखे और गांव में शोक की लहर छा गई।

पुणे के पिंपरी चिंचवड शहर के चिखली परिसर के हरगुडे बस्ती में बच्चे की हत्या के मामले में अपर पुलिस आयुक्त डॉ.संजय शिंदे ने बताया कि पहले बच्चे का अपहरण किया,फिरौती की रकम उगाही का इरादा था,लेकिन विफल होने के बाद पत्थर मारकर निर्मम हत्या कर दी।

गुंडा विरोधी टीम ने आरोपी को पकड़ा

अपर पुलिस आयुक्त डॉ. शिंदे ने बताया कि 16 अप्रेल को हरगुडे बस्ती में रहने वाले बाबूराम पुत्र डुंगरराम देवासी का आठ वर्षीय पुत्र लक्ष्मण देवासी निवासी गांव कालाऊना जिला जोधपुर दोपहर 12.30 बजे से लापता था। घर वालों ने गुमशुदा की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने बच्चे की तलाश शुरु की। चिखली पुलिस ने संदिग्ध 7 लोगों को हिरासत में लिया था।

गुंडा विरोधी टीम ने आरोपी बपील अहमद रईस लश्कर निवासी गणेश मंदिर के पास हरगुडे बस्ती,कुदलवाडी चिखली,पुणे और मूल निवासी गांव काझीडहर जिला नरसिंगपुर असम को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपराध स्वीकार किया ।

आरोपी निकला पड़ौसी

आरोपी बपील अहमद रईस लश्कर ने पुलिस को हत्या का कारण चौंकाने वाला बताया। वह सीएनजी मशीन का ऑपरेटर है। वीजा,पासपोर्ट के लिए उसे एक लाख रुपए की जरुरत थी। आरोपी और पीडि़त परिवार पिछले 3 साल से पडो़सी हैं। एक दूसरे से अच्छी तरह जान पहचान है। आरोपी बच्चे को कुछ प्रलोभन देकर घर से दूर ले गया।

सीसीटीवी कैमरे में ले जाते वक्त की तस्वीर कैद हुई है। रास्ते में बच्चा नीचे गिर गया और उसे चोटें आईं, खून निकलने से बच्चा जोर जोर से रोने और चिल्लाने लगा। आरोपी डर गया और उसे 200 मीटर की दूरी पर एक टीन शेड का टूटा फूटा मकान दिखा और उसके अंदर बच्चे को ले गया। गिरफ्तारी के डर से और सुराग मिटाने के इरादे से पत्थर मारकर बच्चे की निर्मम हत्या कर दी। आरोपी पुलिस रिमांड में है। बच्चे का अपहरण करके घर वालों से फिरौती की रकम मांगना मुख्य उद्देश्य था।

Source: Jodhpur

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