बालोतरा. शहर की यातायात समस्या के समाधान का पर्याय माना जा रहा ओवरब्रिज अब साकार रूप लेने लगा है। 96 करोड़ की इस महत्ती परियोजना को लेकर छह माह पहले काम आरम्भ हुआ था। अब यहां 50 में से 35 पिलर बन चुके हैं, जिससे यह उम्मीद बंधी है कि आने वाले कुछ माह में शहर में आेवरब्रिज का संचालन हो जाएगा।
औद्योगिक नगरी के पहले वाय आकार के ओवरब्रिज का करीब 70 फीसदी फाउंडेशन कार्य पूरा किया जा चुका है। फिलहाल ओवरब्रिज के लिए 40 पिलरों का फाउंडेशन कार्य चल रहा है, जिसमें से 35 तैयार हो चुके है। ओवरब्रिज के लिए 50 पिलर का निर्माण किया जाना है। रेलवे सीमा क्षेत्र में पिलर निर्माण की अनुमति नहीं मिलने के कारण शेष 10 पिलर का निर्माण कार्य बाकी है। ऐसे में आने वाले कुछ माह में सभी पिलर बन जाएंगे।
यह आ रही समस्या, जिसका होगा हल- शहर में हर दिन औसतन एक घंटा रेलवे फाटक रेलों के आवागमन के दौरान बंद रहते हैं। रेलवे लाइन के चलते शहर का दो भागों में बंटवारा होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतें झेलनी पड़ती है। रेलवे लाइन के एक भाग में पुलिस थाना, उपखंड कार्यालय, डाकघर, डीएसपी कार्यालय, पंचायत समिति व दोनों महाविद्यालय तथा अन्य सरकारी कार्यालय स्थित है।
दूसरी तरफ नगर परिषद, अग्निशमन केन्द्र, सरकारी चिकित्सालय समेत कई सरकारी कार्यालय है। इस ओवरब्रिज के वाय आकार में बनने से जोधपुर की तरफ से आने वाले वाहन सिवाना रोड व बाड़मेर रोड पर आ जा सकेंगे। इससे जहां वाहन चालकों को फाटक खुलने का इंतजार नहीं करना होगा तो जिन वाहनों को बालोतरा में
नहीं रुकना होगा, वे पुल से सीधे निकल जाएंगे। इससे शहर में यातायात जाम की स्थिति पर रोक लगेगी।
एक नजर में ओवरब्रिज
– ओवरब्रिज निर्माण की लागत- 96 करोड़ रुपए
– 18 माह में करना होगा तैयार
– प्रथम व द्वितीय रेलवे फाटक पर वाय आकार में बनेगा ओवरब्रिज
– जोधपुर रोड से बाड़मेर रोड पर 1070 मीटर व
प्रथम रेलवे फाटक से जसोल की ओर 540 मीटर बनेगा ओवरब्रिज
-दोनों रेलवे फाटकों पर बनेंगे अंडरपास
– पिलर के दोनों तरफ बनेगी सर्विस रोड
[MORE_ADVERTISE1]
Source: Barmer News