World yoga day: जोधपुर. आज के समय मे आधुनिक चिकित्सा नई खोजों और विधियों का विकास कर रही है। वे उपचार के लिए अलग अलग उपकरण बना रहे है। अत्याधुनिक अस्पताल बनाए गए हैं। आज चिकित्सा प्रणाली, उपकरण, अस्पताल की इतनी आवश्यकता क्यों है? क्योंकि लोग बीमार हो रहे हैं। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वह कई बीमारियों से पीड़ित है। अब प्रश्न यह उठता है कि क्या एक रोगी इलाज के लिए अस्पताल जाने की बजाय बीमारी से मुक्त जीवन जीना चाहता है। यदि हा तो वह योग से संभव है। ऐसे में आरोग्य योगा स्टूडियो की डॉ रचना रांकावत योग से होने वाले फायदे बता रही है। रचना ने योग में एमए व पीएचडी किया है।
योग एक चिकित्सा है, जो रोग मुक्त जीवन के लिए सहायक है
लोग आजकल कई प्रकार के दर्द से ग्रस्त हैं। वे पैर की उंगलियों को छूने या नीचे की ओर झुकने के दौरान कठिनाइयों का सामना करते हैं। योग का नियमित अभ्यास इन सभी प्रकार के दर्द से राहत दिलाता है। योग करने से इनका प्रभाव कुछ दिनों में कम हो सकता है।
योग का हमारे शरीर और स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। योग शुरू करने पर बहुत से शारीरिक बदलावों का अनुभव करते है। योग के आसन शरीर के अंगों पर अलग-अलग प्रभाव डालते हैं। सूर्य नमस्कार जैसे आसन पूरे शरीर को प्रभावित करते हैं। नियमित रूप से आसन करने से हमारी अंतःस्त्रावी ग्रंथियों का स्त्राव नियंत्रित होता है। जिससे मन प्रसन्न रहने के साथ मानसिक बीमारी जैसे तनाव, चिंता, अनिद्रा ये सब गायब हो जाती है। साथ ही मानसिक विकारों को दूर करता है। योग ईर्ष्या, मोह, वासना, क्रोध आदि विकारों को दूर करके प्रेम, करुणा और सकारात्मक सोच विकसित करता है। नियमित योग अभ्यास से फेफड़े मजबूत होने के साथ पोस्ट कोविड की समस्याओं को कम करने में लाभदायक हैं।
योगाभ्यास में आसन के बाद प्राणायाम भी करना चाहिए
प्राणायाम शरीर के सभी हिस्सों में ऑक्सीजन को प्रसारित करता है। यह अनावश्यक और हानिकारक पदार्थों को नष्ट करके गहरी नींद के लिए सहायक है। प्राणायाम और ध्यान मस्तिष्क को सक्रिय और शक्तिशाली बनाते हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर यही कहना चाहूंगी कि योग का एक दिन अभ्यास करने से फायदा नही मिलेगा। प्रतिदिन कुछ समय निकाल कर योग अभ्यास करें और स्वस्थ, तंदुरुस्त व खुश रहे।
Source: Jodhpur